मुंबईदेश में बढ़ती असहिष्णुता और संवेदनहीनता के विरोध में जारी अवॉर्ड वापसी के सिलसिले पर सरकार ने एक बार फिर निशाना साधा है। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसे 'गढ़ी हुई बगावत' करार दिया है। जेटली के साथ-साथ फिल्मकार मधुर भंडारकर और श्याम बेनेगल ने भी अवॉर्ड वापसी के विरोध में आवाज बुलंद की है।फिल्म इंडस्ट्री के सबसे अनुभवी फिल्मकारों में शुमार श्याम बेनेगल ने अवॉर्ड वापसी के विरोध में कहा कि नैशनल अवॉर्ड लौटाकर किसी समस्या का हल नहीं निकाला जा सकता। उन्होंने कहा कि यह विरोध दर्ज करने का कोई तरीका नहीं है। श्याम बेनेगल को कई बड़े अवॉर्ड मिले हैं, जिनमें दादा साहब फाल्के भी शामिल है। उन्हें फिल्म अंकुर और त्रिकाल समेत सात फिल्मों के लिए नैशनल अवॉर्ड दिए गए।उधर सरकार की तरफ से जेटली ने कहा, 'पहले लेखक, फिर फिल्मकार और अब वैज्ञानिक...यह चेन रिऐक्शन है। मैंने पहले भी इसे गढ़ी हुई बगावत कहा था और अब भी मैं अपने बयान पर कायम हूं। मुझे लगता है कि जिस तरह से चीजें हो रही हैं, उससे यही पता चलता है कि इस गढ़ी हुई बगावत तेज रफ्तार दी जा रही है।'उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव के बीच इस तरह का विरोध सामने आना साफ बताता है कि इसे किसी दूसरे मकसद से किया जा रहा है। दूसरी तरफ, मधुर भंडारकर ने ट्वीट कर कहा, 'मेरा मानना है कि नैशनल अवॉर्ड वापस करना अपने साथ दूसरे ऐक्टर्स, टेक्नीशंस, ऑडियंस, जूरी मेंबर्स और प्रेजिडेंट का अपमान है।' मधुर ने पूछा कि जो लोग अवॉर्ड लौटा रहे हैं, क्या वे मोदी सरकार के दौरान 2019 तक अपने काम के लिए कोई भी अवॉर्ड स्वीकार नहीं करेंगे? भंडारकर को 2003 में फिल्मी 'चांदनी बार', 2005 में 'पेज 3' और 2008 में 'ट्रैफिक सिग्नल' के लिए नैशनल अवॉर्ड मिला था। इसके पहले अनुपम खेर ने तो सीधे अवॉर्ड लौटाने वालों पर खुलकर निशाना साधा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'कुछ और लोग जो नरेंद्र मोदी को पीएम के रूप में नहीं देखना चाहते थे, अवॉर्ड वापसी गैंग में शामिल हो गए हैं।' गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी देश में बढ़ते विरोध पर निशाना साधते हुए कहा कि इसके पीछे सियासी वजहें हैं। FTII विवादः 12 फिल्मकारों ने नैशनल अवॉर्ड लौटाए बता दें कि देशभर के करीब 40 साहित्यकारों के अवॉर्ड लौटाने के बाद बुधवार को फिल्म इंडस्ट्री के 12 फिल्मकारों ने नैशनल अवॉर्ड लौटाने का फैसला किया था। इसके बाद गुरुवार को एक वैज्ञानिक पीएन भार्गव ने भी पद्म भूषण सम्मान लौटाने की बात कह दी।