नई दिल्ली
क्रिकेट के महान खिलाड़ी कहे जाने वाले सचिन तेंडुलकर जब राज्यसभा के लिए नॉमिनेट हुए तो खेलप्रेमियों को यह उम्मीद थी कि अब खेल से जुड़े मुद्दे भी संसद में गूंजेंगे। लेकिन आवाज उठाना तो दूर, मैदान पर अपने उत्साह और शानदार रेकॉर्ड्स के लिए जाने जाने वाले सचिन इस साल अभी तक एक भी दिन संसद नहीं पहुंचे हैं।
क्रिकेट से संन्यास लेने वाले तेंडुलकर राजनीति के क्षेत्र में बेहद खराब रेकॉर्ड बना रहे हैं। सचिन को राज्य सभा सदस्य के तौर पर नॉमिनेट हुए 2 साल से भी अधिक वक्त बीत चुका है, लेकिन इस दौरान वह महज 3 दिन ही संसद आए हैं और इस साल तो वह एक भी दिन संसद नहीं पहुंचे हैं।
पिछले साल नवंबर में सचिन द्वारा क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले यह कहा जा रहा था कि इस खेल से रिटायरमेंट के बाद वह संसद को अपना वक्त दे पाएंगे, लेकिन हैरानी की बात यह है कि उसके बाद सचिन सिर्फ एक दिन संसद आए।
दिसंबर 2013 से जुलाई 2014 के बीच संसद के 3 सत्रों में राज्य सभा की कार्यवाही 35 दिनों के लिए चली, लेकिन इन 35 दिनों में सचिन सिर्फ एक दिन के लिए राज्य सभा पहुंचे। इतना ही नहीं, इन तीनों दिन उन्होंने किसी भी चर्चा में हिस्सा नहीं लिया और खामोश रहे।
क्रिकेट के महान खिलाड़ी कहे जाने वाले सचिन तेंडुलकर जब राज्यसभा के लिए नॉमिनेट हुए तो खेलप्रेमियों को यह उम्मीद थी कि अब खेल से जुड़े मुद्दे भी संसद में गूंजेंगे। लेकिन आवाज उठाना तो दूर, मैदान पर अपने उत्साह और शानदार रेकॉर्ड्स के लिए जाने जाने वाले सचिन इस साल अभी तक एक भी दिन संसद नहीं पहुंचे हैं।
क्रिकेट से संन्यास लेने वाले तेंडुलकर राजनीति के क्षेत्र में बेहद खराब रेकॉर्ड बना रहे हैं। सचिन को राज्य सभा सदस्य के तौर पर नॉमिनेट हुए 2 साल से भी अधिक वक्त बीत चुका है, लेकिन इस दौरान वह महज 3 दिन ही संसद आए हैं और इस साल तो वह एक भी दिन संसद नहीं पहुंचे हैं।
पिछले साल नवंबर में सचिन द्वारा क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले यह कहा जा रहा था कि इस खेल से रिटायरमेंट के बाद वह संसद को अपना वक्त दे पाएंगे, लेकिन हैरानी की बात यह है कि उसके बाद सचिन सिर्फ एक दिन संसद आए।
दिसंबर 2013 से जुलाई 2014 के बीच संसद के 3 सत्रों में राज्य सभा की कार्यवाही 35 दिनों के लिए चली, लेकिन इन 35 दिनों में सचिन सिर्फ एक दिन के लिए राज्य सभा पहुंचे। इतना ही नहीं, इन तीनों दिन उन्होंने किसी भी चर्चा में हिस्सा नहीं लिया और खामोश रहे।