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टीवी की सास-बहुओं पर खतरा!

नवभारत टाइम्स | 5 Jul 2014, 11:35 am
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सास-बहू के डेली सोप्स में अब धीरे-धीरे बदलाव नजर आ रहा है। एक ओर जहां ज़िंदगी चैनल के शो...

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टीवी की सास-बहुओं पर खतरा!
उपमा सिंह

सास-बहू के डेली सोप्स में अब धीरे-धीरे बदलाव नजर आ रहा है। एक ओर जहां ज़िंदगी चैनल के शो लोगों को भा रहे हैं, वहीं युद्ध जैसे मेगाबजट सीरियल का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

इंडियन टीवी के डेली सोप यानी सास-बहू की कभी न खत्म होने वाली दास्तान। सास अत्याचार पर अत्याचार करती जाएगी और बहू चुपचाप उसे सहती जाएगी। आग में घी तमाम दो-एक सजी-धजी, गहनों से लदी-फदी ननद-भाभी। एक दादी मां, जिन्हें अजर-अमर रहने का वरदान मिला होगा। पीढ़ियां बदल जाएंगी, पर क्या मजाल दादी मां का एक दांत भी ज्यादा टूट जाए। ज्यादा से ज्यादा बालों की दो लट सफेद हो जाएगी। हीरो होगा तो ऐसा, जो मरकर भी दोबारा जी उठे। ऐसे ही होते हैं अपने डेली सोप, सालों-साल साथ निभाने वाले, लगातार चलते जाने वाले।

आप बेशक खुद ऊबकर उन्हें देखना बंद कर दो, पर वे नहीं बंद होते। लेकिन अब टीवी के सास-बहू की रियासत खतरे में दिख रही है। टीवी पर इधर ऐसे नए तरह के बदलाव दिख रहे हैं, जिससे सास-बहू को कड़ी टक्कर मिल सकती है। एक ओर ज़िंदगी चैनल की सरहद पार की कसी हुईं गंभीर कहानियां दर्शकों के लिए सुखद विकल्प के तौर पर उभरी हैं, तो दूसरी ओर 24 और युद्ध जैसे सिनेमाई प्रभाव वाले सीरियल्स भी लोगों का ध्यान खींच रहे हैं। इन सबके बीच दर्शक महसूस कर रहे हैं कि इंडियन टीवी बदल रहा है।

'जिंदगी' में ग्रैंड वेलकम
एक पखवाड़े पुराने चैनल जिंदगी पर सरहद पार से देश में पहुंची कहानियों को बहुत ही अच्छा वेलकम मिला है। इसके चारों सीरियल्स ज़िंदगी गुलजार है, औन ज़ारा, कितनी गिरहें बाकी हैं, काश मैं तेरी बेटी न होती को फ्रेशनेस, कंटेक्ट, प्रेजेंटेशन हर लेवल पर ऑडियंस ही नहीं सिलेब्रिटीज की भी तारीफ मिल रही है।

मोना सिंह के मुताबिक, यह बहुत ही खूबसूरत बदलाव है। जिंदगी के करीब की छोटी-छोटी कहानियां। उन्होंने तो उन कभी न खत्म होने वाले ड्रामा को बाय-बाय ही कह दिया, जिसका वह खुद कभी हिस्सा रह चुकी हैं।

डांस रिऐलिटी शो बूगी-वूगी का कॉन्सेप्ट देने वाले जावेद जाफरी ने ट्वीट किया, 'मैंने, एक के बाद एक तीनों सीरियल्स देख डाले... यह चैनल और इसका कॉन्टेंट सभी डेली सोप्स के लिए गंभीर खतरा है।' ऐक्ट्रेस दिव्या दत्ता और रिचा चड्ढा ने भी इसे रिफ्रेशिंग बताया।

युद्ध का हो रहा इंतजार
बड़े पर्दे के महानायक अमिताभ बच्चन टीवी पर आएं तो उनका इंतजार लाज़मी है। 14 जुलाई से शुरू हो रहे उनके सीरियल के इंतजार में सिंगर-ऐक्टर मियांग चैंग ने कुछ यूं ट्वीट किया, 'युद्ध का बेसब्री से इंतजार है।' वहीं महेश भट्ट ट्वीट करते हैं, 'उनकी (टीवी की) कहानियां बनाम हमारी (सिनेमा की) कहानियां। टीवी पर महायुद्ध होने वाला है।'

इंडियन टीवी शो सब कुछ बहुत बढ़ा चढ़ा कर दिखाया जाता है। लोग उससे ऊब चुके हैं और चेंज चाहते हैं। यह कहना है लाइफ ओके चैनल के सुपर कॉप्स वर्सेस सुपर विलन्स शपथ के ऐक्टर आमिर दलवी का। बकौल आमिर, 'हमारे टीवी शो सोसाइटी में जो होता है उसे चार सौ पर्सेंट बढ़ाकर दिखाते हैं, जो गलत है। अभी टीवी में जो चेंज आ रहा है, वह बहुत अच्छा है। जिंदगी के सीरियल बहुत ही अच्छी तरह से स्क्रिप्टेड हैं। ऐसा नहीं है कि एक सीरियल चल गया तो वही चलता जाएगा। एपिसोड फिक्स हैं। आपको पता है कि छह महीने में कहानी खत्म हो जाएगी तो उसका एक मजा होता है। आप छह महीने तक उन किरदारों से जुड़ते हैं, उनकी कहानी देखते हैं। हमारे यहां क्या होता है, पांच पांच साल तक एक ही सीरियल दिखा रहे है। पोता भी उसी उम्र का है, बेटा भी उसी उम्र का और दादा जी वैसे ही टिप टॉप है। इधर टीवी का कद बहुत बड़ा हुआ है। अब इसमें बदलाव लाना भी जरूरी है।'

कॉम्पिटिशन बढ़ेगा
न आना इस देश मेरी लाडो जैसा हिट टीवी शो दे चुकीं क्रिएटिव डायरेक्टर नीलिमा बाजपेयी इस नए कॉम्पिटिशन को टीवी इंडस्ट्री के लिए अच्छा मानती हैं। कलर्स पर नया शो शास्त्री सिस्टर्स लेकर आ रहीं नीलिमा के मुताबिक, 'लोग फ्रेश कंटेंट देखना चाहते हैं। फ्रेशनेस हमेशा अपील करती है। हालांकि टिपिकल सीरियल्स देखने वालों की भी कमी नहीं है। मसलन अनिल कपूर के शो 24 को मेट्रो ऑडियंस ने पसंद किया था। इंटीरियर्स में वह इतना पॉप्युलर नहीं हो पाया था। इसी तरह जिंदगी के शो के बारे में भी यह देखना बाकी है कि इंटीरियर्स में यह कितना पॉप्युलर है! फिर भी कॉम्पिटिशन बहुत अच्छी चीज हैं। हमारे अपकमिंग सीरियल शास्त्री सिस्टर्स में भी रियल अप्रोच को रखा गया है। एक्सपेरिमेंट होने ही चाहिए।'

युद्ध के बाद एवरेस्ट भी
छोटा पर्दा अब छोटा नहीं रहा, बल्कि इतना बड़ा हो चुका है कि बड़े पर्दे के महानायक भी इस पर आने को बेताब हैं। टीवी पर सिनेमाई स्टाइल में आने वाले मेगास्टार्स से भरे मेगाबजट सीरियल भी एक नया चेंज हैं। पिछले साले अनिल कपूर के मेगाबजट टीवी शो 24 ने लोगों, खासकर यंगस्टर्स, का ध्यान खींचा। लिमिटेड एपिसोड्स में शूट हुए इस सीरियल से फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े नाम जुड़े थे। वहीं इस महीने से तो खुद अमिताभ बच्चन टीवी के पर्दे पर फिक्शन अवतार में उतरने वाले हैं।

इस नए चेंज के बाबत अमिताभ कहते हैं, 'टेलिविजन एक प्रबल माध्यम है। कमर्शली टीवी की आमदनी तीन गुना ज्यादा है सिनेमा से। इसलिए इससे जुड़ने का प्रयास किया है। टीवी से लोग फिल्मों में जा रहे हैं, अच्छा काम कर रहे हैं। हम लोग फिल्म से टीवी में आ रहे हैं। न कोई ऊंचा जा रहा है, न कोई नीचे जा रहा है। हम अपना अपना काम कर रहे हैं।' युद्ध के बाद आशुतोष गोवारिकर भी अपना सीरियल एवरेस्ट लेकर आ रहे हैं।
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