वरिष्ठ संवाददाता, आरएमएल हॉस्पिटल
आरएमएल हॉस्पिटल की पार्किंग में एक कार के अंदर डॉक्टर का शव मिलने से सनसनी फैल गई। शनिवार सुबह घटना की खबर मिलते ही लोकल पुलिस और सीनियर अफसर मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और सभी पहलुओं से जांच के लिए क्राइम टीम को बुला लिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। कार के अंदर ही खाली पड़े 4 इंजेक्शन व कुछ मेडिसिन पुलिस को मिली हैं। शुरुआती जांच में आशंका है कि डॉक्टर ने हाथ में इंजेक्शन लगाकर स्यूसाइड कर लिया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
पुलिस के मुताबिक 26 साल के पी. प्रकाश डॉक्टर राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में पीजी रेडियालॉजी में फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट थे। वह मूलरूप से चेन्नै के रहने वाले थे। उनके एक भाई अमेरिका में रहते हैं और मां चेन्नै में रहती हैं। प्रकाश इसके पहले एम्स में मेडिसिन विभाग से पोस्ट ग्रैजुएशन कर चुके हैं। लेकिन रेडियोलॉजी मिलने पर उन्होंने राम मनोहर लोहिया में दो महीने पहले ही एडमिशन ले लिया था। वह अंसारी नगर में रह रहे थे। पुलिस ने बताया कि वह अपनी स्विफ्ट डिजायर कार से हॉस्पिटल आते-जाते थे। शनिवार सुबह करीब आठ बजे अस्पताल के गेट नम्बर 6 की तरफ बनी पार्किंग में तैनात सिक्युरिटी गार्ड ने देखा कि एक कार अंदर से बंद है और ड्राइविंग सीट पर एक युवक सोया हुआ है। वह काफी देर तक उन्हें देखता रहा फिर उसने चेक करने के लिए कार का दरवाजा खटखटाया। अंदर से कोई मूवमेंट नहीं हुई तो उसने इसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन को दी। वहीं से लोकल पुलिस को इत्तला दी गई। मंदिर मार्ग थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने गेट खोलकर पी. प्रकाश को एम्स हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने कार के अंदर से चार खाली इंजेक्शन व कुछ मेडिसिन बरामद की हैं। बाएं हाथ में इंजेक्शन लगाने वाला कनूला लगा हुआ था। इससे आशंका जताई जा रही है कि डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाकर स्यूसाइड किया है। हालांकि मौके से कोई स्यूसाइड नोट नहीं मिला है। मौत का सही कारण जानने के लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस को कार की बाईं सीट से एक काले रंग का बैग और पीछे वाली सीट पर डॉक्टर का यूनिफार्म भी पड़ा हुआ मिला था। शुरुआती जांच में पाया गया कि डॉक्टर प्रकाश के ब्रेन का इलाज चल रहा था, जिसकी वजह से वह काफी परेशान रहते थे।