वरिष्ठ संवाददाता, नई दिल्ली
करीब 3 महीने से लापता 12वीं के स्टूडेंट नीतीश की मौत का पता अब परिवार और पुलिस को लगा है। उसका कंकाल रन्हौला इलाके के राजीव रत्न आवास स्थित खाली पड़े फ्लैट में मिला।
अप्रैल के शुरुआती हफ्ते में नीतीश अपना लास्ट पेपर देने स्कूल गया था। उसके बाद घर नहीं लौटा। परिवार ने अपने लेवल पर खोजबीन की, उसके बाद नजफगढ़ थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। परिजनों ने नीतीश की हत्या की आशंका जताई है। पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, नीतीश अपने परिवार के साथ रन्हौला इलाके में रहता था। पिता शैलेश ठाकुर ने लापता होने के बाद स्कूल जाकर पता किया। स्कूल नजफगढ़ इलाके में है। लास्ट पेपर देकर स्कूल से घर लौटते वक्त वह गायब हो गया। इस मामले में नजफगढ़ थाने की पुलिस ने मिसिंग रिपोर्ट दर्ज की। कंकाल बन चुकी नीतीश की डेडबॉडी रन्हौला के राजीव गांधी आवास योजना के तहत बने खाली पड़े फोर्थ फ्लोर के एक फ्लैट में मिली। यह फ्लैट खाली और बंद था। ये सभी फ्लैट आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को देने के लिए बनाए गए हैं।
पुलिस के सामने यह सवाल बना हुआ है कि आखिर नीतीश यहां कैसे और क्यों पहुंचा। उसकी पहचान स्कूल के आई कार्ड और बैग से हुई जो वहीं पर पड़ा हुआ था। फिलहाल पुलिस ने फरेंसिक जांच के बाद नीतीश के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए संजय गांधी हॉस्पिटल भिजवा दिया।
एक सीनियर पुलिस अफसर ने बताया कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता चल सकेगा। जरूरी हुआ तो 302 में केस तब्दील कर दिया जाएगा। आशंका यह भी है कि फेल होने के डर से उसने स्यूसाइड किया हो।