विशाल आनंद, नई दिल्ली
चिराग दिल्ली के एक घर में बिजली विभाग की नकली टीम के 7 लोगों ने छापा मारा। इन्होंने बिजली का मीटर जबरन उतारकर उसकी सील तोड़ दी। मीटर में छेड़छाड़ और बिजली चोरी करने का आरोप लगाकर फैमिली वालों को डराया और 5 लाख तक का जुर्माना ठोंकने की बात कही।
इस जाली टीम ने मीटर को अपने कब्जे में लिया और मामला 5 लाख की जगह 1 लाख में रफा-दफा करने का दबाव बनाया। उस परिवार ने पीछा छुड़ाने के चक्कर में 40 हजार रुपये थमा दिए। ठगों ने रकम वसूली और चेंज करने का झांसा देकर मीटर साथ ले गए। दो दिन के इंतजार के बाद मीटर चेंज नहीं हुआ तो उस परिवार ने बिजली दफ्तर में संपर्क किया। असलियत का पता चला, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। फौरन मामले की कंप्लेंट लेकर मालवीय नगर थाने पहुंचे, जहां पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। सीसीटीवी की फुटेज पुलिस को मिली है, जिसमें रेड डालने आए ठग दिखाई दे रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, शर्मिला शर्मा चिराग दिल्ली में पति के साथ रहती हैं। इनका बेटा आदित्य पत्नी और बच्चों के साथ दूसरे मकान में रहता है। 2 बजे के करीब बेटे का फोन मां के पास आया। उसने बताया कि बिजली विभाग से सात लोगों की टीम ने छापा मारा है। ये लोग घरों में मीटर छेड़छाड़ और बिजली चोरी का पता लगा रहे हैं। जब तक मां अपने बेटे के पास पहुंची, तब तक वहां पहुंचे लोग बिजली का मीटर उतार चुके थे। पावर सप्लाई बंद हो गई। पूछने पर उन लोगों ने खुद को बिजली विभाग का स्टाफ बताया। यह भी कहा कि मीटर की चेकिंग की जा रही है कि कहीं आप लोग बिजली चोरी तो नहीं कर रहे। ये लोग मीटर की सील तोड़कर उन्हीं के सामने चेक करने लगे।
कुछ देर बाद उस टीम ने परिवार को कहा कि मीटर से छेड़छाड़ की गई है, इसकी रीडिंग गलत है और सीधे चोरी का इल्जाम थोप दिया। परिवार वालों ने इनकार किया। मगर टीम ने एक न सुनी और आदित्य को बिजली दफ्तर साथ चलने के लिए जोर डालने लगे। उनका कहना था कि पांच लाख जुर्माना भरो, वरना मीटर भी नहीं लगेगा और बिजली भी नहीं आएगी। फैमिली ने बिजली के बिल भी दिखाए। गुहार लगाई। लेकिन वे लोग नहीं माने।
ठगों ने मोबाइल मिलाकर एक फर्जी अफसर से बात कराई। उसने आदित्य की मां से कहा कि मामला रफा-दफा करना है, तो एक लाख रुपये दे दो। इतना कहकर फोन काट दिया। जिस शख्स ने बात कराई उसने अपना नाम पंकज बताया था। टीम के एक मेंबर ने कहा कि रकम अभी दे दो, तो जल्दी ही मीटर नया लगा देंगे। वरना दफ्तर जाकर पांच लाख भरने ही पड़ेंगे। आदित्य की मां ने अपने घर से लाकर 40 हजार रूपये दे दिए। दो दिन बाद तक भी मीटर चेंज नहीं हुआ। उस शख्स के मोबाइल पर फोन किया, तो स्विच ऑफ आ रहा था। गड़बड़ी के शक में फैमिली ने बिजली दफ्तर से कॉन्टैक्ट किया तो मालूम चला कि उनके यहां से इस तरह की कोई टीम रेड डालने नहीं गई। सुनकर परिवार सन्न रह गया। पास में ही लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की तो सभी आरोपियों के चेहरे नजर आ रहे हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है।