पालम
वाइफ से झगड़ा होने पर एक शख्स ने मिट्टी का तेल छिड़ककर तीन मंजिला बिल्डिंग आग के हवाले कर दी। रात ढाई बजे के आसपास हुई इस वारदात में एक दर्जन लोग झुलस गए, जबकि तीन लोगों की मौत हो गई।
मरने वालों में एक साल का बच्चा और बुजुर्ग भी शामिल हैं। तफ्तीश के दौरान साउथ वेस्ट पुलिस को यह वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद मिली। उसी आधार पर मुलजिम अनिल कुमार (52) को अरेस्ट कर लिया गया है। आग लगने के दौरान बिल्डिंग में कुल 23 लोग फंसे हुए थे।
यह वारदात पालम गांव के साधनगर इलाके में दर्ज की गई। यहां एफ ब्लॉक में छह फैमिली अहलावत निवास में रह रही थी। 2 बजकर 45 मिनट पर पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल मिली कि यहां आग लग गई है। वहीं फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक उन्हें हादसे की जानकारी 3 बजकर 10 मिनट पर हुई। दो फायर टेंडर मौके पर रवाना किए गए और 4:30 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया।
हालांकि, तब तक एक बड़ा हादसा यहां हो चुका था। बिल्डिंग के मेन गेट पर ताला लटकने की वजह से सभी लोग छत की तरफ भागे। सबसे ऊपरी मंजिल का दरवाजा भी बंद था। इसका लॉक तोड़कर फंसे हुए लोग पड़ोसियों की बिल्डिंग पर कूदने लगे। सभी घायलों को भगत चंद्र और दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया, फिर वहां से सफदरजंग हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया।
सीसीटीवी कैमरे से मिला सुराग
शुरुआत में बताया गया कि यह महज एक हादसा है। बिजली के मीटर में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लग गई। पार्किंग में खड़ी गाड़ियों तक आग पहुंचने के बाद यह भड़क उठी और पूरी बिल्डिंग को अपनी जद में ले लिया, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था। यहां एक शख्स अनिल कुमार ने आग लगाई थी, जिसकी पत्नी ममता अपनी बेटी और मां के साथ बेसमेंट में रहती थीं।
तफ्तीश कर रही टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला। इसमें देखा कि एक शख्स गैलन में किरोसीन तेल लेकर जा रहा है। मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने भी मिट्टी के तेल की आशंका जाहिर कर दी थी। तफ्तीश में पता चला कि अनिल और उनकी पत्नी ममता के बीच रिश्ते ठीक नहीं थे। दोनों एक दूसरे के साथ रहते भी नहीं थे।
पेशे से ड्राइवर अनिल ने शुक्रवार की रात अपनी फैमिली को ठिकाने लगाने की साजिश रच डाली। हालांकि, उसकी फैमिली हादसे में सिर्फ घायल हुई, लेकिन तीन अन्य की जान चली गई। ग्राउंड फ्लोर पर तेल छिड़कने की वजह से वहां खड़ी 9 बाइक और कारें भी जलकर खाक हो गईं।