स, नई दिल्ली
जींद, हरियाणा से फरार मर्डर के सजायाफ्ता मुजरिम को दिल्ली में अरेस्ट किया गया है। जींद से फरार होने के बाद मुजरिम दिल्ली में शिफ्ट कर गया था। यहां रहने के दौरान यह वसंत विहार और पंजाबी बाग में भी अपराध करता रहा। इसकी गिरफ्तारी भी हुई, लेकिन हर बार यह अपनी सही पहचान छिपाने में कामयाब रहा। सेंट्रल दिल्ली पुलिस ने मुजरिम बिजेंद्र उर्फ काला की गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा किया है।
सेंट्रल दिल्ली पुलिस ने बताया कि उन्हें 23 अक्टूबर को दरियागंज से शबनम नाम की एक महिला ने कॉल किया था। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर कई गंभीर खुलासे हुए। बिजेंद्र ने बताया कि वह 2001 में वह जींद, हरियाणा में मर्डर कर चुका है। 2005 में चंडीगढ़ हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा भी मुकर्रर कर दी लेकिन 2011 में 28 दिन की परोल मिलने पर बिजेंद्र वहां से फरार होकर दिल्ली आ गया। बिजेंद्र के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज करके इसकी तलाश शुरू की गई। लेकिन दिल्ली आने के बाद भी अपराध की दुनिया से इसका वास्ता बना रहा। 2011 में इसे वसंत विहार पुलिस ने अरेस्ट किया और इसके पहले यह पंजाबी बाग में दर्ज एक मामले में शामिल रहा था। पूछताछ में इसने कभी भी अपनी पहचान नहीं बताई और बार-बार अपना पता बदलता रहा। पिछले 8 महीने से यह दरियागंज इलाके में शबनम के साथ रह रहा था और अजमेरी गेट इलाके के एक होटल में बतौर कुक नौकरी कर रहा था। लेकिन 23 अक्टूबर को बिजेंद्र और शबनम के बीच शराब को लेकर झगड़ा हुआ, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को कॉल कर दिया, तब जाकर बिजेंद्र की गिरफ्तारी हुई।