वरिष्ठ संवाददाता, मयूर विहारएक महिला को ई-रिक्शा ने टक्कर मार दी, जिससे उसका बच्चा वहां रखी जलेबी की खौलती चासनी में जा गिरा। बच्चे को तुरंत लाल बहादुर शास्त्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। यह दिल दहला देने वाली घटना ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के त्रिलोकपुरी इलाके की है। हादसे के बाद ड्राइवर ई-रिक्शा को छोड़कर फरार हो गया। मयूर विहार पुलिस ने मामला दर्ज कर ई-रिक्शा चालक की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पिंकी (28) अपने परिवार के साथ त्रिलोकपुरी ब्लॉक 32/264 में रहती हैं। मंगलवार शाम वह अपने ढाई साल के बेटे को गोद में लेकर हलवाई की दुकान से दूध लेने गई थीं। दूध लेने के बाद वह घर लौट रही थीं। इसी दौरान ई-रिक्शा ने महिला को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही वह सड़क पर गिर गईं और उनकी गोद से बच्चा छिटक कर वहां रखी जलेबी की खौलती हुई चासनी में जा गिरा। बच्चे की चीखें सुनकर पिंकी ने कढ़ाही में हाथ ढालकर बच्चे को बाहर निकाल लिया। इससे उनके हाथ भी झुलस गए। बच्चे को गंभीर रूप से झुलसी हालत में इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, मगर इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया। हादसे के चश्मदीद गवाह जगदीश ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद ई-रिक्शा ड्राइवर पब्लिक की पिटाई के डर से रिक्शा छोड़कर फरार हो गया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस हादसे के लिए ई-रिक्शा ड्राइवर के साथ-साथ हलवाई भी जिम्मेदार है। उसने खौलती चासनी की कढ़ाही को सड़क किनारे खुला हुआ क्यों रखा था। अगर हलवाई ने थोड़ी सावधानी बरती होती तो इस हादसे को टाला जा सकता था। पुलिस अधिकारी का कहना है कि ई-रिक्शा के मालिक का पता चल गया है। उसने अपना यह ई-रिक्शा रेंट पर दिया हुआ था। जल्द ही आरोपी ड्राइवर को भी ढूंढ लिया जाएगा।