प्रमुख संवाददाता, दिल्ली सचिवालयएंटी करप्शन ब्रांच ने तिहाड़ जेल में बंद एक कैदी को जेल के अंदर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगने और जेल के ही एक असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट के कहने पर कैदी के भाई से रिश्वत के 10 हजार रुपये की रकम लेते एक शख्स को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान डाबड़ी के जानकीपुरी इलाके के रहने वाले सुभाष चंद के रूप में हुई है। उसके पास से रिश्वत की 10 हजार रुपये की रकम भी बरामद की गई है। सुभाष चंद पीडब्लूडी में कॉन्ट्रैक्ट लेबर है और इन दिनों विभाग ने उसे तिहाड़ जेल कॉम्प्लैक्स के अंदर लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम को मैनेज करने के काम पर लगा रखा था। शुरुआती पूछताछ में उसने यह कबूल किया है कि जेल के असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट के कहने पर ही वह रिश्वत की रकम लेने के लिए आया था। इस मामले में आगे की छानबीन जारी है। एंटी करप्शन ब्रांच के थाने में इस बाबत केस भी दर्ज किया गया है।एंटी करप्शन ब्रांच के अडिशनल कमिश्नर वी. रंगनाथन के मुताबिक, तिहाड़ जेल में बंद एक कैदी के भाई की कंप्लेंट मिलने के बाद गुरुवार को सुभाष चंद को ट्रैप लगाकर गिरफ्तार किया गया। 17 जुलाई को एक शख्स ने एंटी करप्शन ब्रांच में कंप्लेंट दर्ज कराई थी कि हत्या के प्रयास के एक मामले में उसका भाई तिहाड़ जेल में बंद है और उसका ट्रायल चल रहा है। उसने जेल से फोन कर 20 हजार रुपयों का इंतजाम कर यह रकम जेल के असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट तक पहुंचाने के लिए कहा है, ताकि इसके बदले में उसे जेल के अंदर तमाम सुविधाएं मिल सकें। कैदी ने अपने भाई को यह भी बताया था कि अगर यह रकम नहीं दी गई, तो उसे किसी दूसरे झूठे मामले में फंसा दिया जाएगा।शिकायतकर्ता के मुताबिक, गुरुवार को तिहाड़ के असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट ने उसे फोन करके 10 हजार रुपये लेकर जेल के सामने बनी पार्किंग में आने को कहा था। उसने इस बाबत एंटी करप्शन ब्रांच में शिकायत दर्ज करा दी, जिसके बाद ब्रांच की टीम ने तिहाड़ जेल के गेट नंबर-3 के बाहर जेल रोड पर स्थित सीएनजी पंप के पास बनी पार्किंग साइट पर ट्रैप लगा दिया। शाम को एक शख्स वहां पहुंचा और शिकायतकर्ता से पैसे लेने लगा, लेकिन तभी एंटी करप्शन ब्रांच के अधिकारियों ने उसे रंगे हाथों धर दबोचा। बाद में उसकी पहचान सुभाष चंद के रूप में हुई। ब्रांच की टीम अब इस मामले में असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट की भूमिका की जांच कर रही है। फिलहाल उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है।